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Coronavirus status India Narendra Modi Lockdown India 24 march news

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Coronavirus status India prime minister Narendra Modi Lockdown India 24 march news. इस आर्टिकल में आप पढ़ेंगे की। क्यों नरेंद्र मोदी जी ने 24 मार्च को पूरा भारत। 21 दिनों तक क्यों बंद करवाया। और लोगों को क्या हिदायत दी। क्यों जोड़े हाथ मोदी जी ने। कोरोनावायरस पर मोदी जी की लम्बी वार्तालाब।


22 मार्च को जनता कर्फ्यू का जो संकल्प हमने लिया था। एक राष्ट्र के नाते उसकी सिद्धि के लिए हर भारतवासी ने पूरी संवेदनशीलता के साथ, पूरी जिम्मेदारी के साथ, अपना योगदान दिया। बच्चे, बुजुर्ग, छोटे-बड़े, गरीब, मध्यम, हर वर्ग के लोग, हर कोई। परीक्षा की घड़ी में साथ होकर जनता कर्फ्यू को हर भारतवासी ने सफल बनाया।

Coronavirus


1 दिन के जनता कर्फ्यू से भारत ने दिखा दिया कि जब देश पर संकट आता है। जब मानवता पर संकट आता है। तो किस प्रकार से हम सभी भारतीय मिलकर के एकजुट होकर उसका मुकाबला करते हैं। आप सभी जनता कर्फ्यू के लिए, उसकी सफलता के लिए, प्रशंसा के पात्र है।

साथियों आप कोरोना वायरस वैश्विक महामारी उस पर पूरी दुनिया की स्थिति को समाचारों के माध्यम से सुन भी रहे हैं। और देख भी रहे हैं। आप यह भी देख रहे हैं कि दुनिया के समर्थ से समर्थ देशों को भी। कैसे इस महामारी ने बिल्कुल बेबस कर दिया। ऐसा नहीं है कि वे देश प्रयास नहीं कर रहे हैं। 

prime minister Narendra Modi Lockdown Full Indian

या उनके पास संसाधनों की कमी है। लेकिन कोरोना वायरस इतनी तेजी से फैल रहा है। कि तमाम तैयारियां और प्रयासों के बावजूद इन देशों में चुनौती बढ़ती ही जा रही है। इन सभी देशों के 2 महीनों के अध्ययन से जो निष्कर्ष निकल रहा है। 

और एक्सपट्र्स भी यही कह रहे हैं। कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से प्रभावी मुकाबले के लिए एकमात्र विकल्प है "सोशल डिस्टेंसिंग"। सोशल डिस्टेंसिंग यानी एक दूसरे से दूर रहना। अपने घरों में ही बंद रहना। कोरोना से बचने का इसके अलावा कोई तरीका नहीं है। 

कोई रास्ता नहीं है। कोरोना को फैलने से रोकना है। तो उसके संक्रमण की जो साइकिल है। उस साइकिल को तोड़ना ही होगा। कुछ लोग इस गलतफहमी में है। कि सोशल डिस्टेंसिंग केवल मरीज के लिए, बीमार लोगों के लिए आवश्यक है। यह सोचना सही नहीं। सोशल डिस्टेंसिंग हर नागरिक के लिए, हर परिवार के लिए, परिवार के हर सदस्य के लिए हैं। 

प्रधानमंत्री के लिए भी है। कुछ लोगों की लापरवाही कुछ लोगों की गलत सोच। आपको आपके बच्चों को, आपके माता-पिता को, आपके परिवार को, आपके दोस्तों को, और आगे चलकर के। पूरे देश को बहुत बड़ी मुश्किल में झोंक देंगी।

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अगर ऐसी लापरवाही जारी रही तो। भारत को इसकी बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है। और यह कीमत कितने चुकानी पड़ेगी। इसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल है। साथियों पिछले 2 दिनों से देश के अनेक भागों में लॉक डाउन कर दिया गया है। 

राज्य सरकार के इन प्रयासों को बहुत गंभीरता से लेना चाहिए। हेल्थ सेक्टर के एक्सपोर्ट और अन्य देशों के अनुभवों को ध्यान में रखते हुए। देश आज एक महत्वपूर्ण निर्णय करने जा रहा है। आज रात। आज रात 12:00 बजे से। पूरे देश में ध्यान से पढियेगा पूरे देश में, आज रात 12:00 बजे से संपूर्ण देश में संपूर्ण लॉक डाउन होने जा रहा है।

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हिंदुस्तान को बचाने के लिए, हिंदुस्तान के हर नागरिक को बचाने के लिए। आप को बचाने के लिए, आपके परिवार को बचाने के लिए। आज रात 12:00 बजे से घरों से बाहर निकलने पर पूरी तरह पाबंदी लगाई जा रही है। देश के हर राज्य को, हर केंद्र शासित प्रदेश को, हर जिले, हर गांव, हर कसबों, हर गली मोहल्ले को। 

लॉक किया जा रहा है। एक तरफ से कर्फ्यू ही है। जनता कर्फ्यू से भी कुछ कदम आगे। बात जनता कर्फ्यू से जरा ज्यादा। सख्त कोरोना महामारी के खिलाफ निर्णायक लड़ाई के लिए। यह कदम अब बहुत आवश्यक है। निश्चित तौर पर इन लॉक डाउन की एक आर्थिक कीमत देश को उठानी पड़ेगी। 

लेकिन एक एक भारतीय के जीवन को बचाना, आपके जीवन को बचाना, आपके परिवार को बचाना, इस समय मेरी भारत सरकार की, देश के हर राज्य सरकार की, हर स्थानीय निकाय की, सबसे बड़ी प्राथमिकता है। और इसलिए मेरी आपसे प्रार्थना है। 

Prime minister Narendra Modi Lockdown Full Indian

और मैं हाथ जोड़कर प्रार्थना करता हूं। कि आप इस समय देश में जहां भी हैं। वही रहे अभी के हालात को देखते हुए देश में लॉक डाउन 21 दिन का होगा। 3 सप्ताह का होगा। और जब मैंने पिछली बार आपसे बात की थी। तब मैंने आपसे कहा था। कि मैं आपसे कुछ सप्ताह मांगने के लिए आया हूँ। 

आने वाले 21 दिन हर नागरिक के लिए, हर परिवार के लिए, बहुत ही महत्वपूर्ण है। कोरोना वायरस के संक्रमण को साइकिल को तोड़ने के लिए कम से कम 21 दिन का समय बहुत कम है। अगर यह 21 दिन नहीं समले तो देश और आपका परिवार 21 साल पीछे चला जाएगा। कई परिवार हमेशा हमेशा के लिए तबाह हो जायेगा। 

और मैं यह बात एक प्रधानमंत्री के तौर पर नहीं। आपके परिवार के सदस्य के नाते कह रहा हूँ। इसलिए बाहर निकलना क्या होता है। यह 21 दिनों के लिए भूल जाए। घर में रहे, घर में रहे, और एक ही काम करें कि अपने घर में ही रहें।

Coronavirus

साथियों। आज के फैसले ने देशव्यापी लॉक डाउन। आपके घर के दरवाजे पर एक लक्ष्मण रेखा खींच दी है। आपको यह याद रखना है। कि घर से बाहर पढ़ने वाला आपका सिर्फ एक कदम। कोरोना जैसी गंभीर महामारी को आपके घर में ले आ सकता है। 

आपको यह याद रखना है कि कई बार कोरोना से संक्रमित व्यक्ति शुरुआत में बिल्कुल स्वस्थ लगता है। संक्रमित है इसका पता ही नहीं चलता। और इसलिए एहतियात बरतनी है। अपने घरों में रहिए। वैसे जो लोग घर में सोशल मीडिया पर नए-नए तरीकों से। 

बहुत इनोवेटिव तरीके से। इस बात को बता रहे हैं। एक बैनर जो मुझे भी पसंद आया। मैं आपको भी यह बहुत कम शब्दों में। संदेश दिखाना चाहता। कोरोना यानी कोई रोड पर ना निकल ले। साथियों एक्सपर्ट का यह भी कहना है कि। आज अगर किसी व्यक्ति में कोरोना वायरस पहुंचता है।

Coronavirus Status In India

तो उसके शरीर में इसके लक्षण दिखने में कई कई दिन लग जाते हैं। इस दौरान वो जाने अनजाने हर उस व्यक्ति को संक्रमित कर देता है। जो उसके संपर्क में आता है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की रिपोर्ट बताती है। इस महामारी के संपर्क में आया वः व्यक्ति।  सुनिए। सिर्फ हफ्ते 10 दिन में सैकड़ों लोगों तक इस बीमारी को पहुंचा सकता है। 

यह आग की तरह तेजी से फैलता है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन का ही एक आंकड़ा बहुत महत्वपूर्ण है। दुनिया में कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्तियों की संख्या को पहले एक लाख तक पहुंचने में 667 दिन लग गए थे। एक लाख तक पहुंचने में उसके बाद सिर्फ 11 दिन में। 11 दिन में 100000 नए लोग संक्रमित हो गए। यानि 200000 हो गए। सोचिए पहले एक लाख लोग संक्रमित होने में 67 दिन लगे। 

और फिर इसे 200000 लोगों तक पहुंचने में सिर्फ 11 दिन। यह और भी भयावह है कि 200000 संक्रमित लोगों से 300000 लोगों तक पहुंचने में सिर्फ 4 दिन लगे। देख सकते हैं कि कोरोनावायरस कितनी तेजी से फैलता है। और जब यह फैलना शुरु करता है। तो ऐसे  रोकना बहुत मुश्किल होता है। 

साथियों यही वजह है की चीन, अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, स्पेन, इटली, ईरान जैसे देशों में। जब कोरोनावायरस ने फैलना शुरू किया। तो हालात बेकाबू हो गए। और यह भी याद रखिए इटली हो या अमेरिका इन देशों की स्वास्थ्य सेवा। उनके हॉस्पिटल, उनके यहां की आधुनिक संसाधन पूरी दुनिया में बेहतरीन है। उनकी व्यवस्थाएं बेहतरीन मानी जाती है। बावजूद इसके यह देश कोरोना का प्रभाव कम नहीं कर पाए। सवाल यह की इस स्थिति में उम्मीद की किरण कहां है। 

साथियों उम्मीद की किरण अनुभव है। कुछ हद तक नियंत्रित कर पाए इन देशों के नागरिक घरों से बाहर नहीं निकले। इन देशों के नागरिकों ने सरकारी निर्देशों का पालन किया। इसलिए देश अब इस महामारी से। इसलिए यह कुछ देश अब इस महामारी से। बाहर आने की ओर बढ़ रहे हैं। 

हमें भी यह मानकर चलना चाहिए कि। हमारे सामने सिर्फ और सिर्फ यही एक मार्ग है। हमें घर से बाहर नहीं निकलना है। चाहे जो हो जाए घर में ही रहना है। सोशल डिस्टन्सिंग प्रधानमंत्री से लेकर के गांव के छोटे से बड़े हर नागरिक तक सबके लिए जरुरी है। कोरोना से तभी बचा जा सकता है।

23 march coronavirus news

जब घर की लक्ष्मण रेखा नहीं लाँघि जाएगी। हमें इस महामारी के वायरस का संक्रमण रोकना है। इसके फैलने की चेन को तोड़ना है। साथियों भारत आज उस स्टेज पर हैं। जहां हमारे आज के एक्शन तय करेंगे। कि इस बड़ी आपदा के प्रभाव को हम कितना कम कर सकते हैं।

यह समय हमारे संकल्प को बार-बार मजबूत करने का है। यह समय कदम-कदम पर संयम बरतने का है। आपको याद रखना है। जान है तो जहान है। साथियों यह धैर्य और अनुशासन की घड़ी है। जब तक देश में लॉक डाउन उनकी स्थिति है। हमें अपना संकल्प निभाना है।

अपना वचन निभाना है। मेरी आपसे हाथ जोड़कर के प्रार्थना है। कि घरों में रहते हुए आप उन लोगों के बारे में सोचिए। उनके लिए मंगल कामना करिए। जो अपना कर्तव्य निभाने के लिए। खुद को खतरे में डालकर काम कर रहे हैं। उन डॉक्टर्स, नर्सेस, पैरामेडिकल स्टाफ, पैथोलॉजी, उनके बारे में सोचिए।

Coronavirus

जो इस महामारी से एक एक  जीवन को बचाने के लिए दिन-रात अस्पताल में काम कर रहे हैं। अस्पताल प्रशासन के लोग, एंबुलेंस चलाने वाले ड्राइवर, सफाई कर्मचारियों के बारे में सोचिए। जो इस परिस्थितियों में दूसरों की सेवा कर रहे हैं। उन लोगों के लिए प्रार्थना करिए। जो आपकी सोसाइटी, आपकी सड़को, सार्वजनिक स्थानों को।

सैनिटाइज करने के काम में जुटे हैं। जिसमें और जिसके कारण इस वायरस का नामोनिशान नहीं रहे। सही जानकारी देने के लिए 24 घंटे काम कर रहे मीडिया के लोगों के बारे में भी सोचिए। जो संक्रमण का खतरा उठा कर सड़कों पर, अस्पतालों में है। आप अपने आसपास के पुलिस कर्मियों के बारे में सोचिए। जो अपने घर परिवार की चिंता किए बिना। आप को बचाने के लिए, आपके परिवार को बचाने के लिए, दिन रत ड्यूटी कर रहे हैं। 

और कई बार कुछ लोगों के गुस्ताखी के भी शिकार हो जाते हैं। गुस्सा भी झेल रहे हैं। साथियों कोरोना वैश्विक महामारी से बनी स्थितियों के बीच। और देश भर की राज्य सरकार तेजी से काम कर रही है। रोजमर्रा की जिंदगी में लोगों को असुविधा ना हो। इसके लिए निरंतर कोशिश कर रही है। 

कोरोनावायरस


सभी आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई बनी रहे इसके लिए सभी उपाय किए गए हैं। और आगे भी किए जाएंगे। निश्चित तौर पर संकट की घड़ी गरीबों के लिए भी बहुत मुश्किल वक्त लेकर आई है। केंद्र सरकार राज्य सरकारों के साथ समाज के अन्य संगठन, सिविल सोसाइटी, के लोग। 

गरीबों को मुसीबत कम हो इसके लिए निरंतर जुटी हुई है। गरीबों की मदद के लिए अनेकों लोग साथ आ रहा हैं। साथियों जीवन जीने के लिए जो जरूरी है। उसके लिए सारे प्रयासों के साथ ही जीवन बचाने के लिए। जो जरूरी है उसे सर्वोच्च प्राथमिकता देनी ही पड़ेगी। 

Coronavirus

इस वैश्विक महामारी से मुकाबला करने के लिए। देश की स्वास्थ्य सुविधाओं को तैयार करने का काम। केंद्र सरकार लगातार कर रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन भारत के बड़े चिकित्सा अनुसंधान संस्थान। तथा स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सलाह, और सुझाव पर कार्य करते हुए। 

सरकार ने निरंतर फैसले भी लिए। अब कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए। देश के हेल्थ इंस्पेक्टर को और मजबूत बनाने के लिए। केंद्र सरकार ने आज ₹15000 का प्रावधान किया है। इससे कोरोना से जुड़े टेस्टिंग फैसिलिटी, पर्सनल प्रोटेक्टिव, इक्विपमेंट, और अन्य जरूरी साधनों की संख्या तेजी से बढ़ाई जाएगी। 

मेडिकल और पैरामेडिकल मैन पावर की ट्रेनिंग का काम भी किया जाएगा। मैंने राज्य सरकारों से अनुरोध किया है। इस समय सभी राज्यों की पहली प्राथमिकता सिर्फ और सिर्फ स्वास्थ्य सेवाएं ही होनी चाहिए। मुझे संतोष है कि देश का प्राइवेट सेक्टर भी पूरी तरह से कंधे से कंधा मिलाकर। 

संकट और संक्रमण की घड़ी में देशवासियों के साथ खड़ा है। प्राइवेट लैब, प्राइवेट अस्पताल, इस चुनौतीपूर्ण दौर में सरकार के साथ काम करने के लिए आगे आ रहे हैं।

Coronavirus India

लेकिन साथियों यह भी ध्यान रखें कि ऐसे समय में। जाने अनजाने कई बार अफवाहें भी बहुत जोर पकड़ती है। मेरा आपसे आग्रह है। कि किसी भी तरह की अफवाह और अंधविश्वास से बचें। आपके द्वारा केंद्र सरकार, राज्य सरकार, और मेडिकल द्वारा दिए गए निर्देश। 

और सुझावों का पालन करना बहुत जरूरी है। मेरी आपसे प्रार्थना है। कि बीमारी के लक्षणों के दौरान बीना डॉक्टरों की सलाह के कोई भी दवा ना लें। किसी भी तरह का खिलवाड़ आपके जीवन को और खतरे में डाल सकता है। साथियों मुझे विश्वास है हर भारतीय संकट की इस घड़ी में सरकार के, स्थानीय प्रशासन के, निर्देशों का पालन करेगा।

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21 दिन का लॉक डाउन लंबा समय है। लेकिन आपके जीवन की रक्षा के लिए, आपके परिवार की रक्षा के लिए। उतना ही महत्वपूर्ण है। हमारे पास यही एक महत्वपूर्ण रास्ता है। मुझे विश्वास है हर हिंदुस्तानी इस संकट का न सिर्फ सफलता से मुकाबला करेगा। 

बल्कि इस मुश्किल घड़ी से विजई होकर निकलेगा। आप अपना ध्यान रखिए। अपनों का ध्यान रखिए। और आत्मविश्वास के साथ कानून नियमों का पालन करते हुए पूरी संयम भरते हुए विजय का संकल्प करते............। आप सबका बहुत-बहुत धन्यवाद। 

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