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Prodded shayari on dad, Shayari for dad, Shayari on dad in hindi

Prodded shayari on dad, Shayari for dad, Shayari on dad in hindi. Pita Se Hai Abhiman Hamara. Pita Hai To Sab Kuch Hai, Warna Jag Suna-Suna Sa Lagata Hai. Prodded shayari on dad, Shayari for dad, Shayari on dad in hindi. Ap Sabhi Ke Liye Pes Hai Hamare Chuninde Shayariyan

पीता से है अभिमान हमरा। पीता है तो सब कुछ है, वार्ना जग सूना-सुन सा लगता है। पिताजी पर शायरी, पिताजी के लिए शायरी, हिंदी में पिताजी पर शायरी। आप सब के लिए पेश है हमरे चुनिंदे शायरियां।

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बाप का खुला पांव और तेरे हाथ को पीठ के
 पीछे छिपाना जिसमें एक सेंडल था। 
कसम से वो दिन याद आते हैं जब तेरा
 बाप तेरे लिए चवन्नी जोर चप्पल खरीदता था।

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पिता  (Father) नीम के जैसा होता है,
जिसके पत्ते भले ही कड़वे हों,
लेकिन छाया तो ठंडी ही देता है!!

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मेरे बाप की शिकायत करूं भी तो क्या करूं
जो भी मांगूं वो पहले मिल जाता है। 
मैं कला, पीला, ,गोरा सांवला जैसा भी हूँ। 
मुझे देखते ही मेरी माँ का चेहरा खील जाता है।
पापा पर लिखे के कुछ अनमोल वचन जिसे सुनकर आपका दिल खुश हो जाएगा। दोस्तों आज के इस पोस्ट में हम आपको बहुत सारे पापा जी, पिता जी या आप जो भी बोलते हो। उन पर लिखी हुई कुछ शायरी हैं जो इस पोस्ट में मैं एकत्रित कर आप लोगों के समक्ष प्रस्तुत कर रहा हूं। तो दोस्तों संसार में मां के लिए बहुत सी बातें लिखी गई हैं

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बोली गई है। परंतु एक पिता अपनी संतान को, अपने परिवार को किस प्रकार से हर मुश्किलों को सहते हुए। एक अच्छा परिवेश एक, अच्छा संस्कार और खुशियों से भरा परिवार बनाता है। पिता बहुत से गमों को सहकर गरीबी को झेल कर परंतु अपने संतान को कभी भी गरीबी का अनुभव होने नहीं देता। नहीं होने देने का प्रयत्न करना यह 

बहुत बड़ी बात है। दोस्तों हर पिता चाहता है कि उसके बच्चे को एक अच्छा संस्कार मिले। आज तक आपने सुना होगा दोस्तों कि प्रत्येक व्यक्ति चाहे वह चोर ही क्यों ना हो बस यही सोचता है। कि मैं जिस स्थिति में हूं अभी मेरा संतान उससे अच्छी स्थिति में हो। उसके लिए वह पिता जी जान से मेहनत करता है, धन अर्जित करता है

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पंगे मैं लेता हूँ वो बवाल लेते हैं।
कुछ भी हो मेरे साथ वो संभल लेते हैं।
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जब जब भी यह बदन मेरा हल्का सा 
भी गर्म हुआ पापा ने सारे डॉक्टरों को घर पर बुला लिया। 
की गजल का मकता कोई जन्नत और तलाशूँ क्या उनका 
साया ही जन्नत है। मैंने तो मां के रूप में ही ईश्वर को पा लिया।

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और बहुत ही अच्छे से अपने जीवन को भी व्यतीत करता है ताकि उससे कुछ गलती ना हो। और उनके बच्चों पर उसका बुरा प्रभाव ना पड़े। दोस्तों बहुत से बच्चे जिनकी शादी हो जाती है। वे अपने पिता को, अपने मां को बोझ समझकर अनाथालय में या सड़कों पर दर-दर की ठोकरें खाने के लिए भेज देता है। घर से निकाल देता है।

ऐसे संतान को तो इस संसार में रहने का कोई हक ही नहीं है। परंतु ऐसे भी लोग हैं जो इस परिवेश में, हमारे इस संसार में जी रहे हैं। और बुरा तो उन लोगों को भी लगना चाहिए जो ऐसे बच्चों को या ऐसे बच्चों के साथ हंसते हैं, बोलते हैं, घूमते हैं, फिरते हैं। मेरा खुद का ओपिनियन है कि ऐसे लोगों से पूरे समाज को दूर रहना चाहिए 

क्योंकि ऐसे लोगों की सोच एक साड़ी हुई नाली के कीड़े की तरह होती है। जिसे कोई भी इंसान छूना तो दूर दूर खड़ा होकर देखना भी नहीं पसंद करेगा। 

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रिश्ते लाख नए बना लो धर्म लाख चाहे निभालो। 
बेटे के Dharm से कभी चूकना मत।
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पिता रोटी है, कपड़ा है, मकान है, पिता नन्हे से परिंदे का बड़ा आसमान है, 
Pita है तो घर में प्रतिपल राग है। पिता से मां की चूड़ी, बिंदी और सुहाग है, 
पिता है तो बच्चों के सारे Sapanen हैं। पिता है तो बाजार के सारे खिलौनें अपने हैं।

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दोस्तों इस पोस्ट में बहुत ही सुंदर तरीके से मैंने पापा पर सुंदर-सुंदर शायरी लिखे हैं।  ग्रीटिंग कार्ड डिजाइन किया है। मुझे उम्मीद है कि आप सबों को बहुत ही ज्यादा पसंद आएगा। और आप अपने दोस्तों के साथ और कुछ ऐसे दोस्तों के साथ जो अपने पिता को वैल्यू नहीं देते हैं। उनके साथ भी जरूर शेयर कीजिएगा। क्योंकि यह सारी लाइने

बहुत ही अच्छे-अच्छे कवियों द्वारा कही गई है। एक दर्द दिखता है इन लाइनों में, एक जिम्मेदारी भी दिखती है। तो फ्रेंड्स इंजॉय कीजिए इस पोस्ट को। दोस्तों हम सभी बच्चे अपने पिता को समझ नहीं पाते हैं। शुरुआती दौर में ऐसा होता है कि पिता अपने बच्चे को सख्त रवैया से पालता है। ताकि उनका बच्चा गलत रास्तों पर ना चले।

हमारे दैनिक जीवन में हमारे परिवार में एक ऐसा सदस्य होना चाहिए। जो सख्त हो अन्यथा बच्चे या परिवार के सदस्य कुछ न कुछ बुरा करने लगते हैं। और पिता हमेशा बच्चों को सही सलाह ही देते हैं। क्योंकि उनको अपने बचपन का और दुनियादारी का ज्यादा समझ होता है। बच्चों से...... 

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मैं रोता हूँ वो हंसा देता है। मैं रूठता हूँ वो मना लेता है। 
न जाने किस मिट्टी के बने होते हैं ये पिता। 
जो हर दर्द सह के पुरे Pariwar के सामने मुस्कुरा देता है।
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अपनी मेहनत की कमाई परिवार पर हँसते हँसते लुटा देता है। 
जी हाँ वो Bap ही है जो मुश्किलों में भी मुस्कुरा देता है। 
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वो निकल जाता है Subah कमाने और लौट कर आता है साम में।
जब तक खुद पर न आये पाप की मेहनत औलाद खान समझते हैं।
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नदी समंदर में जा रही है या समंदर नदी में जा रही है।
यह तेरी आंखें तेरा नजरिया है कि तुझको क्या बता रहा है।
यह तेरी आंखें तेरा नजरिया है कि Tjhko क्या बता रहा है।
क्या खूब सीखी है बेटे ने बाप की आदत 
बड़ा हो गया तो बाप को आँखें दिखा  रहा है। 
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खुद की सपने हमारी आँखों में Dekha करते हैं 
हमें गारी Dekar खुद पैदल घुमा करते है। 
कैसे छोड़ दूँ एक तेरे कहने से वो Papa हैं जो 
माँ से ज्यादा Mohabbat किया करते हैं। 
statusclinic

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यदि किसी व्यक्ति का पिता उन पर ज्यादा यकीन करते हैं। तो उस व्यक्ति को अपने पिता के यकीन को तोड़ना नहीं चाहिए। पिता हर गम को सहते हुए अपने बच्चे को हमेशा खुश रखते हैं। और सही सलाह देते हैं पिता हमेशा अपने बच्चों को बुरी संगति से बुरी चीजों से दूर रखने की कोशिश करते हैं।

दोस्तों इस पोस्ट में हमारे सभी शायरियों को हमने बरा ही प्रेम से सजाया है। और इमेज के ऊपर, फोटो के ऊपर ऐड किया है। ताकि आप अपने मित्रों के साथ साझा कर सकें। दोस्तों हम मिलेंगे फिर एक नई पोस्ट मैं। धन्यवाद।

तुम जो खुल के रोमांस करने के लिये बाप को घर से दूर करते हो।
कल वही बाप खुद से Nivale को दूर रख कर वो घर बनाया था। 
(द. ए टू एस )

Shayari for dad, Shayari on dad in hindi

खाली जेब से खुशियां खरीदते एक शख्स देखा है। 
खुद को कर्जदार बना कर बच्चों की तकदीर बनाता मैंने 
बाप को देखा है। वह फटे हुए कपड़े टूटी हुई चप्पल और बढ़े हुए बाल। 
 दिलों में गमों का सैलाब समेटे Akele में रोककर। 
मेरे सामने खुशी से मुस्कुराते मैंने मेरे बाप को देखा है।
कद्र करो उसकी जो तुम्हारे हर निवाले के लिए 
अपना खून पसीना एक करता है। 
जितना Jindagi में एक बाप करता है 
उतना शायद ही कोई और करता है। 
सुना है वह हर दर्द सीने में छुपाए बैठा है। 
Bejan साखों की तरह मुरझाए बैठा है। 
और लगता है वह किसी का बूढ़ा बाप है। 
जो अपने जवान बेटे से ठोकर खाए बैठा है।
बाप का खुला पांव और तेरे हाथ को पीठ के
 पीछे Chipaya जिसमें एक सेंडल था। 
कसम से वो दिन याद आते हैं जब तेरा
 बाप तेरे लिए चवन्नी जोर चप्पल खरीदता था। 

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