Man ke hare har hai, man ke jeete jeet. मन के हारे हार है, मन के जीते जीत। मनुष्य के जीवन में हार-जीत, यश-अपयश आदि सभी होते हैं, सुख के साथ दु:ख भी होता है। पर यदि मनुष्य का मन दु:खी और असफलता से निराश हो जाता है, तो वह कभी उन्नति
Man ke hare har hai, man ke jeete jeet. मन के हारे हार है, मन के जीते जीत।
नहीं कर सकता, क्योंकि किसी भी कार्य की सफल्ता में मन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। मन यदि सशक्त है तो मनुष्य प्रतिकूल परिस्थितियों में भी महान कार्य कर सकता है। परन्तु, यदि मन ही हार गया तो जीवन में कोई भी कार्य पूर्ण नहीं हो सकता। कभी-कभी निर्धन एवं साधनहीन मनुष्य भी सफल होते हुए देखे जाते हैं और अत्यंत धनी व साधन-सम्पन्न व्यक्ति असफल भी होते हैं, परन्तु सफलता-असफलता का प्रमुख कारण मन की स्थिति है।
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