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Essay on terrorism, Aatankwad Par Nibandh, Paragraph on terrorism

Essay on terrorism, Aatankwad Par Nibandh, Paragraph on terrorism. Terrorism is called terror by terrorizing someone on the strength of power or doing things against his will or doing his own arbitrariness. This type of trend has been in society since ancient times and is still there today. The strong have always been terrorizing the weak and the weak have been forced to cry over their helplessness.

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Essay on terrorism

Essay on terrorism, Aatankwad Par Nibandh, Paragraph on terrorism

आतंकवाद ताकत के बल पर किसी को आतंकित कर उसकी इच्छा के विरूद्ध काम करवाना या अपनी मनमानी चलाना आतंक कहलाता है। इस प्रकार की प्रवृति समाज में प्राचीन काल से रही है और आज भी है। बलवान सदा से निर्बलों को आतंकित करते रहे हैं और निर्बल अपनी विवशता पर रोने के लिए विवश होते रहे है। 

यही करने की मानसिकता जब किसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए संगठित समूह का दर्शन बन जाती है तो उसे आतंकवाद कहते है। वस्तुतः आतंकवाद सामूहिक हित क विरूद्ध चन्द सिर फिरे लोगों की उग्रता और असामाजिकता का पर्याय होता है। जब हम चोरों का आतंक डाकुओं का आतंक, अपराधियों का आतंक आदि की बात करत है तो स्पष्टतः यहां कोई दर्शन नहीं स्वार्थ साधना की बात होती है। इसलिए चोरों या डाकुओं के आतंक को आतंकवादी की संज्ञा नहीं दे सकते।

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आतंकवाद जब किसी राजनीतिक लक्ष्य की प्राप्ति को उद्देश्य बना लेता है. तब उसे आतंकवाद की राजनीति कहते हैं जिसका सीधा अर्थ है आतंक के बल पर सत्ता प्राप्त करना। इस तरह का कार्य वे लोग करते है जो शक्ति और क्षमता में कम होते है लेकिन उच्चतर महत्वाकांक्षा से बुरी तरह ग्रस्त होते है। 

पंजाब को देश से अलग करके स्वतंत्र देश बनाने और उस देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री आदि बनकर अपनी महत्वाकांक्षा तुष्ट करने का सपना देखनेवालों ने अलग खालिस्तान का नारा देकर हत्याओं का दौर कायम कर लोगों को आतंकित करने का प्रयास किया। वर्तमान में उसी शैली में काश्मीर का अलग करने के लिए आतंकवाद की राजनीति चल रही है।

    वहां के गुमराह नौजवान पाकिस्तानी शह पर कट मर रहे हैं। धर्म के नाम पर काश्मीर को अलगकर पाकिस्तान में अन्ततः मिला लेने की पाकिस्तानी साजिश अब अंतर्राष्ट्रीय मंच पर उजागर हो चुकी है और भारत उसे मुह तोड़ उत्तर दे रहा है। केवल भारत ही नहीं दुनिया के अनेक देश आतंकवाद की राजनीति से प्रभावित है।


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