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मान न मान मैंतो तेरा मेहमान मुहावरे का अर्थ | Maan Na Maan Main to Tera Mehmaan Muhavare ka Arth

मान न मान मैंतो तेरा मेहमान मुहावरे का अर्थ | Maan Na Maan Main to Tera Mehmaan Muhavare ka Arth. जब कोई व्यक्ति अपने किसी सम्बन्धी या मित्र के यहाँ जाता है तो वह मेहमान यानी आदरणीय अतिथि माना जाता है और उसका सम्मान सत्कार किया जाता है। 

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Maan Na Maan Main to Tera Mehmaan Muhavare ka Arth

मान न मान मैंतो तेरा मेहमान मुहावरे का अर्थ | Maan Na Maan Main to Tera Mehmaan Muhavare ka Arth

इस सामान्य तरीके के विपरीत कुछ लोग स्वार्थवश या आदत से अधम होने के कारण किसी के यहाँ मेहमान के रूप में पहुँच जाते हैं और घरवाला उन्हें सम्मान दे या न दे अतिथि समझे या न समझे वे जबर्दस्ती मेहमान बन जाते हैं। घर वाले ऐसे लोगों को मेहमान स्वीकार नहीं करते लेकिन वे बलपूर्वक अपने को उनके ऊपर लाद देते हैं। इस तरह जो अबांछित और 

  • Anukhan Madhav..........Madhav

अनावश्यक होते हुए भी जबर्दस्ती किसी के घर अतिथि बनकर अपने को उनके ऊपर लाद देते हैं उनको लक्षित कर घर के लिए व्यक्ति अपने अरूचि प्रकट करने के लिए इस लोकोक्ति का प्रयोग करते हैं। अथवा वह अवांछित व्यक्ति किसी के यहाँ यह कहते हुए मेहमान बन जाता है कि तुम मानो या न मानो मैं तुम्हारा मेहमान बनकर आ गया हूँ और तुमपर जबर्दस्ती लदा रहूँगा। यह लोकोक्ति उन लोगों पर व्यंग्य है जो जबर्दस्ती किसी के मेहमान बन जाते हैं।

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